गुल पनाग ने मिस इंडिया से लेकर एक सफल इंटरप्रेन्योर बनने तक के सफर में अभिनय, राजनीति और बिजनेस में अपने कदम आजमाए हैं। उन्होंने अपनी कंपनी 'सनफ्यूल इलेक्ट्रिक' के माध्यम से इलेक्ट्रिक वाहन इंफ्रास्ट्रक्चर और सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
02 Dec, 2024 04:04 PMबाॅलीवुड तड़का : साल 1999 में मिस इंडिया का खिताब जीतने के बाद गुल पनाग सुर्खियों में आईं। हालांकि, आज वह अभिनय से कहीं अधिक एक सफल इंटरप्रेन्योर के तौर पर जानी जाती हैं। गुल ने अभिनय के साथ-साथ कई अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी किस्मत आजमाई है और आज भी वह एक प्रेरणास्त्रोत के रूप में सामने आ रही हैं।
एक्टिंग से इंटरप्रेन्योर तक का सफर
गुल पनाग ने अभिनय के साथ-साथ एक पायलट और फार्मूला कार रेसर के तौर पर भी अपनी पहचान बनाई। फिल्मों में शुरुआत के बावजूद उन्हें वह सफलता नहीं मिल पाई, जिसकी उन्हें उम्मीद थी। इसके बाद गुल ने राजनीति में भी कदम रखा और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी से जुड़ीं। 2014 में उन्होंने चंडीगढ़ से लोकसभा चुनाव भी लड़ा, लेकिन वह जीत नहीं पाईं। राजनीति में भी सफलता न मिलने के बाद गुल ने एक नया रास्ता अपनाया और अब वह एक सफल इंटरप्रेन्योर बन चुकी हैं।
"सनफ्यूल इलेक्ट्रिक" की सह-स्थापना
गुल पनाग ने पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और बढ़ाते हुए ‘सनफ्यूल इलेक्ट्रिक’ नाम की कंपनी की सह-स्थापना की। यह कंपनी भारत में इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में तेजी से विकास कर रही है। गुल पनाग का मानना है कि पर्यावरण के लिए स्थिरता सबसे महत्वपूर्ण है और वह अपनी कंपनी के माध्यम से इस दिशा में बदलाव ला रही हैं।
सस्टेनेबिलिटी का लक्ष्य
गुल के लिए सस्टेनेबिलिटी सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि उनके जीवन का उद्देश्य बन चुका है। ‘सनफ्यूल इलेक्ट्रिक’ के तीन मुख्य स्तंभ हैं – शहर, हाईवे और डेस्टिनेशन चार्जिंग। गुल पनाग का लक्ष्य है ऐसे चार्जिंग स्टेशन स्थापित करना, जो शहरों के साथ-साथ हाईवे और यात्रा के दौरान भी इलेक्ट्रिक वाहन मालिकों के लिए सुविधाजनक हों। गुल का मानना है कि इस पहल से इलेक्ट्रिक वाहनों के विस्तार में मदद मिलेगी।
गुल पनाग का करियर
गुल पनाग का असली नाम गुल किरत कौर पनाग है। एक अभिनेत्री, पायलट और फार्मूला कार रेसर के तौर पर गुल ने चार अलग-अलग प्रोफेशन में अपनी किस्मत आजमाई है। उनका करियर मॉडलिंग से शुरू हुआ था। 1999 में मिस इंडिया बनने के बाद, गुल को मिस ब्यूटीफुल स्माइल जैसे कई टाइटल भी मिले। इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड में अभिनय की शुरुआत की, और फिल्म ‘धूप’ (2003) से करियर की शुरुआत की। हालांकि, फिल्मों में उन्हें वह पहचान नहीं मिली, जिसकी वह उम्मीद कर रही थीं।
राजनीति में कदम
एक समय था जब गुल पनाग ने राजनीति में भी हाथ आजमाया था। उन्होंने आम आदमी पार्टी जॉइन की थी और 2014 में चंडीगढ़ से भाजपा की नेता किरण खेर के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वह चुनाव हार गईं। इसके बाद उन्होंने राजनीति से दूरी बना ली और अब वह पूरी तरह से बिजनेस और इंटरप्रेन्योरशिप में सक्रिय हैं।