मनोज बाजपेयी इंडस्ट्री के एक जाने माने एक्टर है, जिन्होंने अपनी दमदार एक्टिंग से लोगों का खूब दिल जीता है। वहीं, अपनी एक्टिंग से लोगों के दिल में छाप छोड़ने वाले मनोज अपने बयानों को लेकर भी अक्सर चर्चा में रहते हैं। हाल ही में उन्होंने बॉलीवुड की बुराइयों और तलाक पर खुलकर बात की है।
31 May, 2024 11:56 AMबॉलीवुड तड़का टीम. मनोज बाजपेयी इंडस्ट्री के एक जाने माने एक्टर है, जिन्होंने अपनी दमदार एक्टिंग से लोगों का खूब दिल जीता है। वहीं, अपनी एक्टिंग से लोगों के दिल में छाप छोड़ने वाले मनोज अपने बयानों को लेकर भी अक्सर चर्चा में रहते हैं। हाल ही में उन्होंने बॉलीवुड की बुराइयों और तलाक पर खुलकर बात की है।
![](https://static.punjabkesari.in/multimedia/2024_5image_16_40_245483685manoj-bajpayee-on-facin-ll.jpg)
'द फैमिली मैन' एक्टर से जब बॉलीवुड के अंधेरे पक्ष के पीछे की सच्चाई के बारे में पूछा गया, जिसमें भव्य पार्टियां, तलाक और बहुत कुछ है तो इस पर एक्टर ने कहा- हिंदी फिल्म इंडस्ट्री बहुत छोटी है और यहां कई तरह के लोग हैं जिन्हें नौकरियों की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा, 'अगर कोई इंडस्ट्री के किसी कोने में गलत काम करते हुए पकड़ा जाता है, तो इससे कुछ साबित नहीं होता है। मैं और मेरे दोस्त और सह-कलाकार भी एक ही इंडस्ट्री से हैं और मैं बता सकता हूं कि उनमें से 95% न केवल उन फिल्मों के प्रति बहुत भावुक और ईमानदार हैं जो वे कर रहे हैं बल्कि अपने परिवार और अपने दोस्तों के प्रति भी बहुत इमोशनल और ईमानदार हैं। इधर-उधर की कुछ घटनाएं यह साबित नहीं कर सकतीं कि पूरी इंडस्ट्री ऐसी ही है।'
![](https://static.punjabkesari.in/multimedia/14_55_328889162manoj3-ll.jpg)
इंडस्ट्री में बढ़ रहे तलाकों के बारे में मनोज ने कहा, 'अगर आप तीस हजारी कोर्ट में जाएंगे और तलाक की दर के बारे में पूछेंगे तो आपको एहसास होगा कि आज हम कहां आ गए हैं, जहां हर दिन रिश्ते और शादियां टूट रही हैं। हमारे समाज ने एकल परिवार के चलन को अपनाया और इसके फायदे भी हैं, लेकिन एकल परिवार के चलन से जो नुकसान हुआ, वह आप अदालतों में देख सकते हैं।'
मनोज बाजपेयी ने आगे कहा, 'तो क्या इंडस्ट्री समाज का हिस्सा नहीं है? एक ही समाज से आने वाले लोग इंडस्ट्री का हिस्सा होते हैं। जब लोग एक ही समाज के होंगे तो क्या जाहिर नहीं है कि समाज में बदलाव इंडस्ट्री में भी दिखेगा? पहले इसी इंडस्ट्री में इतने तलाक नहीं होते थे जितने आज हैं। लेकिन अब यहां के लोग खुले विचारों वाले हो गए हैं और खुद को किसी राज्य या देश से नहीं जोड़ते हैं, जो काफी अच्छी बात है।'