रियालिटी शो बिग बाॅस 14 में पहुंचे दिग्गज सिंगर कुमार सानू के बेटे जान कुमार सानू इन दिनों खासा सुर्खियों में हैं। एक ओर जहां जान कुमार सानू पर राहुल वैद्य के नेपोटिज्म कमेंट पर हंगामा हुआ वहीं जान का मराठी भाषा का अपमान करना लोगों को बर्दाश्त नहीं हुआ मराठी भाषाई लोगों ने जान कुमार की भावनाएं आहत हो गई।
01 Nov, 2020 01:05 PMमुंबई: रियालिटी शो बिग बाॅस 14 में पहुंचे दिग्गज सिंगर कुमार सानू के बेटे जान कुमार सानू इन दिनों खासा सुर्खियों में हैं। एक ओर जहां जान कुमार सानू पर राहुल वैद्य के नेपोटिज्म कमेंट पर हंगामा हुआ वहीं जान का मराठी भाषा का अपमान करना लोगों को बर्दाश्त नहीं हुआ मराठी भाषाई लोगों ने जान कुमार की भावनाएं आहत हो गई।
इस पर न सिर्फ जान को बल्कि उनके पिता कुमार सानू ने भी एक बयान जारी कर लोगों से माफी मांगी। इस दौरान कुमार सानू ने जान कुमार की परवरिश पर ही सवाल उठा दिए थे। कहा कि पता नहीं, मां ने उन्हें कैसे संस्कार दिए हैं। लेकिन अब कुमार सानू अपने बयान से पलट गए हैं।
कुमार सानू ने सोशल मीडिया पर अपना एक नया वीडियो शेयर किया। ताजा वीडियो में कुमार सानू ने उनकी मां रीता भट्टाचार्य की तारीफ की। उन्होंने कहा कि उनके अलग हो जाने के बाद जान की मां ने उनका बहुत ध्यान रखा है और वैसे ही उन्हें संभाला है जितना बेहतर वो उन्हें संभाल सकती थी। कुमार सानू का इस तरह बयान से पलटना जहां एक और हर किसी को हैरान कर रहा है, वहीं कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि देर से ही सही कुमार सानू ने एक पिता होने का फर्ज तो निभाया। कम से कम वह अपने बेटे के साथ खड़े तो हुए।
राहुल वैद्य को दी नसीहत
इसके आगे कुमार सानू ने राहुल वैद्य को भी नेपोटिज्म मामले पर सलाह दे डाली है। कुमार सानू कहते हैं- 'राहुल जी आप मेरे बेटे जैसे हो। अच्छे सिंगर हो। हमने आपको बहुत बार सुना। बहुत जबरदस्त गाते हो। लेकिन एक बात है कि यदि कोई मां-बाप सेपरेटेड हो और यदि आपको उनको बार-बार यह बात याद दिलाओगे तो भावनाओं में कभी कभी कुछ निकल जाता है मुंह से। मुझे लगता है कि आपको यह बात ध्यान रखनी चाहिए। एक सिंगर होने के नाते मुझे बहुत अपमान महसूस होता है, जब ऐसी बातें होती हैं।'यह नॉर्मल प्रोसेस है।
जब दो लोगों में बनती नहीं है तो आपस में बात कर के दो लोग अलग हो जाते हैं। यह कोई नई बात नहीं है। लेकिन क्या है कि आप इस चीज को बार बार हैमर करते रहोगे तो यह अच्छी बात नहीं है। आप मेरे बेटे जैसे हो। मैं चाहता हूं कि आप दोनों उस खेल में रहो और साथ मिलकर रहो। एक-दूसरे को समझो। मेरे बेटे से भी कुछ गलती हुई है लेकिन 40 साल बाद मुझे भी जब ऐसा सुनने को मिला तो मुझे बहुत अपमान महसूस हुआ। ऐसे मत बोला करो। खेल पर ध्यान दो।'